नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Rigved In Hindi Pdf देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Rigved In Hindi Pdf Download कर सकते हैं और आप यहां से आल वेद डाउनलोड पीडीएफ फ्री कर सकते हैं।
Rigved In Hindi Pdf / ऋग्वेद इन हिंदी पीडीएफ
ऋग्वेद और उसकी परिभाषा
ऋक अर्थात स्थिति और ज्ञान ऋग्वेद से ही अन्य तीन वेदो की रचना हुई है। यूनेस्को द्वारा ऋग्वेद को 1800 से 1500 ई. पूर्व की लगभग 30 पांडुलिपियों को संस्कृत धरोहरों की सूची में शामिल किया है। इसमें भौगोलिक स्थिति और देवताओ के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। ऋग्वेद में यातुधानों को यज्ञ विनाशक और पवित्र आत्माओ को कष्ट पहुंचाने वाला वर्णन प्राप्त होता है।
इसमें आर्यों की राजनीतिक प्रणाली तथा इतिहास के विषय में भी वर्णन किया गया है। ऋग्वेद के मंत्रो या ऋचाओं की रचना किसी एक ऋषि ने किसी एक निश्चित अवधि में नहीं किया। इन्हे विभिन्न काल क्रम में विभिन्न ऋषियों द्वारा इनकी रचना और संकलन हुआ है। ऋग्वेद की रचना संभाव्यतया सप्त सैधव प्रदेश में हुई थी।
परिभाषा
ऋग्वेद पहला वेद है जो पद्यात्मक स्वरुप में है। ऋक अर्थात स्थिति और ज्ञान। यह वेद सम्पूर्ण ज्ञान से परिपूर्ण है। ऋग्वेद अर्थात ऐसा ज्ञान जो मंत्र या ऋचाओं के माध्यम से प्रकट होता है। इसमें बहुत सारी पठनीय सामाग्री और जानकारी प्राप्त होती है।
ऋग्वेद की 5 प्रमुख शाखाये
वास्कल, अश्वलायन, शाकल्प, मण्डूकायन तथा शंखायन। 5 प्रमुख शाखाओ के अलावा 21 शाखाये भी प्राप्त होती है। ऋग्वेद में दो विभाग मिलते है 1- अष्टक क्रम, 2- मंडल क्रम। अष्टक क्रम में समस्त ग्रंथ को आठ अष्टको में है। प्रत्येक अष्टक को आठ अध्यायों में विभाजित किया गया है।
ऋग्वेद के उपवेदों को आयुर्वेद कहा गया है और इसके कर्ता धन्वन्तरि देव को माना जाता है।
ऋग्वेद के उपनिषदों की दस संख्या प्राप्त होती है 1- आत्मबोध, 2- कौषीतकि, 3- ऐतरेय, 4- निर्वाण, 5- अक्षमाया, 6- मुद्गल, 7- नादबिंदु, 8- वहवरुका, त्रिपुरा तथा सौभाग्य लक्ष्मी।
मित्रों, यह पोस्ट Rigved In Hindi Pdf आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और इस तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।